काश योगी जी एक निगाह वैध बूचड़खानों की तरफ भी मार लेते,मार्च के महीने में हर प्राइवेट एम्प्लॉई का रोज़ कत्ल हो रहा है।
यू.पी.पुलिस: ये कौन है?आदमी: साहब मेरी पत्नी है।पुलिस: बंद करो इसे, अपने साले की बहन के साथ घूमता है।
दूध वाले हड़ताल करते हैं तो दूध सड़क पर फेंक देते हैं।सब्ज़ी वाले हड़ताल करते हैं तो सब्ज़ी सड़क पर फेंक देते हैं।पता नहीं यह बैंक वालों को कब अक्ल आएगी?
बैंक मैनेजर की पत्नी: शाम को बैंक से लौटते समय सब्जी ले आना।बैंक मैनेजर: एक महीने में चार बार से ज्यादा सब्जी मंगवाओगी तो 150/- चार्ज लगेगा।
अब तो ऐसी आदत सी हो गई है कि अगर हर 15 दिन में पेट्रोल, डीजल,रसोई गैस के दाम न बढ़ें, तो घबराहट सी होने लगती है कि............कहीं विकास रुक तो नहीं गया।
अगर आपको कोई पार्टी न दे तो उसके बैंक के अकाउंट में 10 रूपए 14 बार जमा करवा दो।क्योंकि अब 4 से ज्यादा लेन-देन पर 150 रूपए प्रति ट्रांजेक्शन लगेंगे।आपके तो 140 ही जायेंगे उसकी 1500 रु. से वाट लग जाएगी।
प्रिये विजय माल्या,तुम जहाँ भी हो तुरंत भारत लौट आओ। बैंक वाले तुम्हारे 9000 करोड़, ट्रांजेक्शन चार्ज के रूप में हम से वसूल रहे हैं।
मोदी जी के संदेश के बाद:"रमेश मैं तुम्हारे बच्चे की माँ बनने वाली हूँ।"बदलकर ये हो गया है,"रमेश हमें 6000/- रुपये मिलने वाले हैं।"