लोग कहते हैं कि इन्सान अपनी किस्मत खुद लिखता है,अगर ये सच है तो...अपनी किस्मत में दर्द कौन लिखता है?????
ज़िंदगी में कभी भd2a्यार करने का मन हो तो, अपने दुखों से प्यार करना क्योंकि, दुनिया का दस्तूर है- जिसे जितना चाहोगे उसे उतना दूर पाओगे...!
आँखों के इशारे समझ नहीं पाते,होठों से दिल की बात कह नहीं पाते,अपनी बेबसी हम किस तरह कहें,कोई है जिसके बिना हम रह नहीं पाते
ना अब उनसे कोई राब्ता है ना उन्हे हमारी कोई खबर,ऐ हवा ज़रा जा कर आओ उनके शहर औरबता देना मरे नहीं है अभी हम...!
इस बहते दर्द को मत रोकोये तो सज़ा है किसी के इंतेज़ारकी लोग इन्हे आँसू कहे या दीवानगीपर ये तो निशानी हैं किसी के प्यार की…