कीसी ने फूल से पूछा की जबतुम्हें तोड़ा गया तो तुम्हेंदर्द नहीं हुआ फूल ने जवाब दीया तोड़ने वालाइतना खुश था की मैंअपना दर्द भी भूल.. गया।
तू हजार बार रुठेगी फिर भी तुझे मना लूँगा …तुझसे प्यार किया हे कोई गुनाह नही, जो तुझसे दूर होकर खुद को सजा दूँगा..
इश्क लिखना चाहा तो कलम भी टूट गयी….ये कहकर अगर लिखने से इश्क मिलता तो आज इश्क से जुदा होकर कोई टूटता नही