आपके प्यार को सलाम किया हे, जीने का हर अंदाज़ आपके नाम किया हे, मांग लीजिये आज खुदा से कुछ भी, हमने अपनी हर मन्नत को आपके नाम किया हे. .
मैंने कब कहा...तू मुझे गुलाब दे...या फिर अपनी ....मोहब्बत से नवाज़ दे...आज बहुत उदास है....मन मेरा.....गैर बनके ही सही.....तू बस मुझे आवाज़ दे...!!
एक दिन मैं मोहोब्बत में नाकामी की हर रस्म तोड़ दूँगा , एक ना एक दिन तेरे सीने से लग के ये दुनिया छोड़ दूँगा ।
इकरार में शब्दों की एहमियत नही होती,दिल के जज़बात की आवाज़ नही होती,आँखें बयान कर देती हैं दिल की दास्तान,मोहब्बत लफज़ो की मोहताज़ नही होती!
उन्हें चाहना हमारी कमज़ोरी हैउनसे कह नहीं पाना हमारी मजबूरी हैवो क्यों नहीं समझते हमारी ख़ामोशी कोक्या प्यार का इज़हार इतना ज़रूरी है..।
दर्द के हवाले क्यों उल्फत का नाम लेकरआँखों से छलकते है अश्कों का जाम लेकर..हस्ते गाते जी रहे थे हम,पता नही क्यों दिल लगा बेठे और दर्द मिल गया..|