विश्वास की एक डोरी है दोस्ती, विश्वास के बिना कोरी है दोस्ती, कभी थैंक्स तो कभी सॉरी है दोस्ती, ना मानो तो कुछ भी नहीं, पर मानो तो रब की भी कमजोरी है दोस्ती.
आप सभी की मुस्कराहट मेरी पहचान है, आप सभी की ख़ुशी मेरी ही जान है , कुछ भी नहीं मेरी ज़िंदगी में , बस इतना समझ ले की~ आप सभी का दोस्त होना मेरी शान है .!!
"सूरज के सामने रात नहीं होती, सितारों से दिल की बात नहीं होती. जिन दोस्तों को हम दिलसे चाहते है, न जाने क्यों उनसे रोज़ मुलाकात नहीं होती."
"दोस्तों की कमी को पहचानते हैं हम, दुनिया के गमो को भी जानते हैं हम, आप जैसे दोस्तों का सहारा है, तभी तो आज भी हँसकर जीना जानते हैं हम."
लौट जाती है दुनिया गम हमारा देख कर; जैसे लौट जाती हैं लहरें किनारा देखकर; तुम कंधा ना देना मेरे जनाज़े को; कहीं फिर से ज़िंदा ना हो जाऊँ तेरा सहारा देखकर।
शाळा vs कोलेज शाळा: म्हणजे गणवेश, नीट नेट के पणा.. काँलेज: म्हणजे कसा ही आवतार आणि स्टाईल.. शाळा: पेन्सिल, रबर, शार्पनर,पेन, पट्टी.. काँलेज: एक बॉल पेन तो पण मित्रा कडून घेतलेला.. शाळा: वर्गात येण्या आधी "टीचर" मे आयकम इन ? किंवा "टीचर" मी आत येवू का ? काँलेज: वर्गा जवळ येणार किती बसलेत तेबघणार आणि मोबाईल कानाला लावून परत जाणार.. शाळा: सर्व विषयांची पुस्तक आणि वह्या स्वतःजवळ ठेवणार ! काँलेज: मित्राला बोलणार "अरे यार एक पेज तर देे ना" शाळा: पेपर लवकर देवून निघाला तर सर्व बोलणार काय स्कॉलर आहे हा यार.. काँलेज: फ्रेंड्स बोलणार "काही येत नाही त्याला म्हणून निघालाय" शाळा: उशिरा आले कि शेवटच्या बाका वर बसावे लागते.. काँलेज: उशिरा आले कि पहिल्या बाका वर बसावे लागते.. शाळा: म्हणजे व्यवस्थित पाठांतर. काँलेज: म्हणजे नुसता रट्टा. शाळा: म्हणजे मजा, मस्ती, धमाल. काँलेज: म्हणजे जस्ट चिल यार. आणि शाळा: यार मला ती आवडते.. काँलेज: साभाळून बघ रे वहिनी आहे तुझी.. #शेअर करा...
उलझन कोई आए तो मुझसे न छुपाना, साथ न दे जुवा तो आँखों से जताना, हर कदम पे साथ हैं हम आपके, अगर अपना समझते हो तो, एक बार नहीं दस बार आज़माना.
"अपनों को याद करना प्यार हैं, गैरों का साथ देना संस्कार हैं, दुश्मनो को माफ करना उपकार हैं, और आप जैसे दोस्तों को परेसान करना जन्मसिद्ध अधिकार हैं."
उलझन कोई आए तो मुझसे न छुपाना, साथ न दे जुवा तो आँखों से जताना, हर कदम पे साथ हैं हम आपके, अगर अपना समझते हो तो, एक बार नहीं दस बार आज़माना. ..
दोस्त एक ऐसा चोर होता है; जो आँखों से आँसू, चेहरे से परेशानी, दिल से मायूसी, ज़िंदगी से दर्द, और बस चले तो हाथों की लकीरों से मौत तक चुरा ले।
नफरतो के बाजार में , जीने का एक अलग ही मजा है। लोग "रुलाना" नहीं छोड़ते, और हम "हँसना" नहीं छोड़ते । "हमने अपने नसीब से ज्यादा अपने दोस्तों पर भरोसा रखा है क्यूंकि नसीब तो बहुत बार बदला है , लेकिन मेरे दोस्त आज भी वही है"
दोस्तो कि कमी को पहचानते है हम.... दुनिया के गमो को भी जानते है हम...... आप जैसे दोस्तो के ही सहारे....... आज भी हँस कर जीना जानते है हम.......