नफरतो के बाजार में SHARE FacebookTwitter नफरतो के बाजार में , जीने का एक अलग ही मजा है। लोग "रुलाना" नहीं छोड़ते, और हम "हँसना" नहीं छोड़ते । "हमने अपने नसीब से ज्यादा अपने दोस्तों पर भरोसा रखा है क्यूंकि नसीब तो बहुत बार बदला है , लेकिन मेरे दोस्त आज भी वही है" SHARE FacebookTwitter
Teri dosti ki tarif juban pe aane lagi, tumse dosti ki or zindagi muskurane la.......Read Full Message