जैसे हर सुबह हमारे जीवन का एक नया आरम्भ होता है वैसे ही चलो हम अपने बीते दिनों के सभी ग़म भुला कर आओ एक नयी शुरुआत करें। सुप्रभात!
ख़ुशी एक ऐसा एहसास है, जिसकी हर किसी को तलाश है; ग़म एक ऐसा अनुभव है, जो सबके पास है; मगर ज़िन्दगी तो वही जीता है, जिसको खुद पर विश्वास है। सुप्रभात!
ये खूबसूरत फ़िज़ाओं में फूलों की खुशबू हो; सुबह की किरण में पंछियों की आवाज़ हो; जब भी खोलो अपनी ये निगाहें; उन निगाहों में सिर्फ खुशियों की झलक हो। सुप्रभात!
हँसी आपकी कोई चुरा ना पाये; कभी कोई आपको रुला ना पाये; खुशियों के ऐसे दीप जले ज़िंदगी में; कि कोई तूफ़ान भी उसे बुझा ना पाये। सुप्रभात!
हर सुबह की धूप कुछ याद दिलाती है; हर महकती खुशबू एक जादू जगाती है; ज़िन्दगी कितनी भी व्यस्त क्यों ना हो; निगाहों पर सुबह सुबह अपनों की याद आ ही जाती है। सुप्रभात!
प्यारी सी मधुर निंदिया के बाद; रात के कुछ सपनों के साथ; सुबह की कुछ उम्मीदों के साथ; आपको प्यार भरा सुप्रभात।
हर दिन अपनी ज़िन्दगी को एक नया ख्वाब दो; चाहे पूरा ना हो पर आवाज़ तो दो; एक पूरे हो जायेंगे सारे ख्वाब तुम्हारे; सिर्फ एक शुरुआत तो दो। सुप्रभात!