सुबह-सुबह जब भी आपका मैसेज आये तो; यूँ ना समझना मैंने आपको परेशान किया; इसका मतलब है आप वो ख़ास हैं; जिसे मैंने अपनी आँख खुलते ही याद किया। सुप्रभात!
सूरज के बिना सुबह नहीं होती; चाँद के बिना रात नहीं होती; बादल के बिना बरसात नहीं होती; आपकी याद के बिना दिन की शुरुआत नहीं होती। सुप्रभात!
ना मंदिर ना भगवान, ना पूजा ना स्नान, सुबह होते ही सबसे पहला काम, अपने सभी प्यार मित्रों को कहना सुप्रभात सुप्रभात!
कोई समझे ना समझे हम को बेशक मगर आप तो समझते हैं; अपना बनाते हैं मेरे हर गम को तभी तो हम संभलते हैं; खुदा हर एक ख़ुशी दे आपको हर एक गम हमको नसीब हो; बस यही दिल में सोचकर हर एक दुआ करते हैं। सुप्रभात!
ज़िंदगी एक पल है जिसमे न आज है न कल है; जी लो इसको इस तरह कि जो भी आपसे मिले वो यही कहे; बस यही मेरी ज़िंदगी का हसीन पल है। सुप्रभात!
हर सुबह तेरी ज़िंदगी में नयी रौशनी हो; ग़मों का कहीं नाम न हो हर जगह ख़ुशी ही ख़ुशी हो; अगर आ जाये कभी कोई मुसीबत; तुझसे मिलने से पहले वो मेरे रु-ब-रु हो। सुप्रभात!
सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है; आँख खुलते ही तस्वीर आपकी सामने होती है; खुशियों के फूल हों आपके आँचल में; मेरे होठों पे बस यही पहली फरियाद होती है। सुप्रभात!
उठ के देखिये सुबह का नज़ारा; हवा भी है ठंडी और मौसम भी हैं प्यारा; सो गया है चाँद और छुप गया हर एक सितारा; कबूल हो आप को, सुबह का सलाम हमारा। सुप्रभात!
एक प्यारा सा पैगाम आया है एक प्यारे से इंसान के लिए; एक अच्छे दोस्त की तरफ से एक अच्छे कारण के लिए; एक अच्छे से समय पर उनको याद दिलाने के लिए; कि हो गयी है सुबह, अब उठ जाओ सब खड़े हैं आपके दीदार के लिए। सुप्रभात!
खिलखिलाती सुबह, ताज़गी से भरा सवेरा है; फूलों और बहारों ने आपके लिए यह रंग बिखेरा है; कह रही है सुबह आपसे कि जाग जाओ जल्दी; क्योंकि बिन आपकी मुस्कुराहट के यह सब अधूरा है। सुप्रभात!
सूरज की पहली किरण ख़ुशी दे आपको; दूसरी किरण हँसी दे आपको; तीसरी तंदरुस्ती और कामयाबी; बस अब ज्यादा नहीं वरना गर्मी लगेगी आपको। सुप्रभात!
दुआ करते हैं कि हर सुबह सुहानी हो जाये; आपके दुखों की सारी बात पुरानी हो जाये; मिलें आपको खुशियां हर दिन इतनी; कि खुशियां भी आपकी दीवानी हो जायें। सुप्रभात!