ज़िंदगी जीने का मकसद ख़ास होना चाहिए; और अपने आप में हमेशा विश्वास होना चाहिए; जीवन में खुशियों की कमी नहीं है दोस्तो; बस खुशियों को मनाने का अंदाज़ होना चाहिए। सुप्रभात!
ज़िंदगी हसीन है इससे प्यार करो; हर रात की नयी सुबह का इंतज़ार करो; वो पल भी आएगा जिसका आपको इंतज़ार है; बस अपने रब पर भरोसा और वक़्त पर ऐतबार करो। सुप्रभात!
मेरी दुआओं में शामिल है आप इस तरह; फूलों में होती है खुशबू जिस तरह; खुदा आपकी ज़िंदगी में इतनी खुशियां दे; धरती पे होती है बरसात जिस तरह। सुप्रभात!
सजती रहे खुशियों की महफ़िल; हर महफ़िल ख़ुशी से सुहानी बनी रहे; आप ज़िंदगी में इतने खुश रहें कि; ख़ुशी भी आपकी दीवानी बनी रहे। सुप्रभात!
मोहब्बत के फूल तेरे नाम करते हैं; तेरी मुस्कुराहटों को सलाम करते हैं; बन जाये तेरी ज़िंदगी खुशियों का घर; ये दुआ हम तुम्हारे लिए सुबह-शाम करते हैं। सुप्रभात!
किसी के पैग़ाम को ज़रा प्यार से पढ़ा कीजिये; किसी की चाहत का कुछ तो एहसास किया कीजिये; कोई दिल से कर रहा है याद आपको; और आप कहते हैं कि परेशान मत किया कीजिये। सुप्रभात!
सुबह का उजाला सदा आपके साथ हो; हर दिन का एक-एक पल आपके लिए ख़ास हो; दुआ हमेशा निकलती है दिल से आपके लिए; सारी खुशियों का खज़ाना आपके पास हो। सुप्रभात!
हँसना और हँसाना कोशिश है मेरी; हर कोई खुश रहे यह चाहत है मेरी; भले ही कोई मुझे याद करे या ना करे; हर अपने को याद करना आदत है मेरी। सुप्रभात!
तम्मनाओ से भरी हो आपकी ज़िंदगी; ख्वाहिशो से भरा हो आपका हर पल; दामन भी छोटा लगने लगे आपको; इतनी खुशियां दे आने वाला हर पल। सुप्रभात!
एक दुआ माँगते हैं हम अपने खुदा से; चाहते हैं आपकी खुशियाँ पूरे ईमान से; सब हसरतें हो पूरी आपकी; आप सदा यूँ ही मुस्कुराएं दिल-ओ-जान से। सुप्रभात!
भीगे मौसम की खुशबु इन हवाओं में हो; आप की यादों का एहसास इन फ़िज़ाओं में हो; यूँ ही सदा रहे आपके चेहरे पे मुस्कुराहट; खुदा करे ऐसा असर हमारी दुआओं का हो। सुप्रभात!
ज़िंदगी कितनी खूबसूरत है? यह देखने के लिए हमे ज्यादा दूर जाने की ज़रुरत नहीं है। जहाँ हम अपनी आँखें खोल लें, वहीं हम इसे देख सकते हैं। सुप्रभात!