प्रिय दिसंबर तुम वापस आ जाओ, तुम तो सिर्फ नहाने नहीं देते थे यह जनवरी तो मुँह भी नहीं धोने दे रहा। समस्त उत्तर भारतीय!
गर्मीयो में सर्द हवा के लिये माँगी हुई दुआ अब सर्दियों में कबूल होते हुए देखकर यकीन हो गया है कि ऊपर वाले के घर देर है अंधेर नही।
ना मैं दिल में आता हूँ, ना मैं समझ में आता हूँ, . . . . . . . . . . इतनी सर्दी में मैं कहीं नहीं जाता हूँ।
कड़ाके की ठण्ड को देखते हुए केन्द्र सरकार का बड़ा फैसला: "नहाये हुए व्यक्ति को छूने वाला व्यक्ति भी नहाया हुआ माना जायेगा।" ~ जनहित में जारी
कल रात नव वर्ष की पार्टी में ज्यादा होने से सूर्य देव टल्ली हो गए। आज hangover के कारण काम पर नहीं आ सकेंगे। उनकी जगह आज इंदर देव काम संभालेंगे। ~ जनहित में जारी
आज की ठण्ड देखते हुए लगता है, जिनकी शादी हो गयी है वो बधाई के पात्र हैं, और जिनकी नहीं हुई वो रजाई के पात्र हैं।
शीतकाल को देखते हुए तीन आधुनिक स्नान: 1. online bath: कंप्यूटर पर गंगा के संगम की फोटो निकाल कर उस पर 3 बार माउस क्लिक करें। और फेसबुक पर उसे background photo के रूप में लगाएं। 2. mirror bath: दर्पण में अपनी छवि को देखकर एक-एक कर तीन मग पानी शीशे पर फेंकें और हर बार "ओह्हहा" करें। 3. virtual bath: सूरज की ओर पीठ कर अपनी छाया पर लोटे से पानी की धार गिराएँ और जोर-जोर से "हर-हर गंगे" चिल्लाएं।