प्यार और बारिश तो एक जैसी होती हैं। दोनों हमको सच्चा आनंद देती हैं। अंतर तो सिर्फ इतना है कि बारिश जिस्म को गीला कर देती है; और प्यार आँखों को गीला कर जाता है।
प्यार करने का मतलब ये नहीं है कि आप क्या दे सकते हैं; प्यार करने का मतलब है आप कैसे अपने साथी को खुश रख सकते हैं; अपने साथ या अपने से अलग।
हर कदम पे आपका एहसास चाहिए; मुझे आपका साथ अपने पास चाहिए; खुदा भी रो पड़े हमारी जुदाई से; ऐसा एक रिश्ता ख़ास चाहिए।
लोग जल्दी मर जाते हैं क्योंकि खुदा उन्हें बहुत चाहता है। तो अगर आप जिन्दा हो और सलामत हो तो समझिये; कि कोई आपको खुदा से भी ज्यादा चाहता है।
है जिंदगी माना दर्द भरी; फिर भी इसमें ये राहत भी है; मैं हूँ तेरा और तु है मेरी; यूहीं रहें हम ये चाहत भी है।
तन्हाईयों में मुस्कुराना इश्क है; एक बात को सबसे छुपाना इश्क है; यूं तो नींद नहीं आती हमें रात भर; मगर सोते-सोते जागना और जागते-जागते सोना इश्क है।
ऐ चाँद मुझे बता तू मेरा क्या लगता है; क्यों मेरे साथ तु सारी रात जागता है; मैं तो बन बैठा हूं दिवाना उनके प्यार में; क्या तू भी किसी से प्यार करता है।
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है; एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है; लगने लगते हैं अपने भी पराये; और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है।
चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो; सांसों में मेरी खुशबु बन के बिखर जाते हो; कुछ यूँ चला है तेरे 'इश्क' का जादू; सोते जागते तुम ही तुम नज़र आते हो।