आँख तो प्यार में दिल की ज़ुबान होती है; सच्ची चाहत तो सदा बे-ज़ुबान होती है; प्यार में दर्द भी मिले तो क्या घबराना; सुना है दर्द से ही चाहत और जवान होती है।
हुस्न और खुशबु का सबब हो तुम; ऐसा खिलता हुआ गुलाब हो तुम; तुम जैसा हसीन न होगा इस जहाँ में; तमाम हसीनों में लाजवाब हो तुम।
न पीने का शौंक था न पिलाने का शौंक था; हमें तो सिर्फ नज़रें मिलाने का शौंक था; पर क्या करें हम नज़रें भी उनसे मिला बैठे; जिन्हे नज़रों से पिलाने का शौंक था।
तेरी खुशबू को ज़रा महसूस करूँगा; तेरी बात को ज़रा गौर से सुनुँगा; अगर तू हसरत को पूरा करे; तो देखना ज़िन्दगी भर तेरी पूजा करूँगा।
जब आप किसी को चाहो तो ये मत सोचो कि वो आप को पसंद करता है कि नहीं; बस उसे इतना चाहो कि उसे आप के सिवा किसी और की चाहत पसंद ही ना आए।
अजब सी बेकरारी है; दिन भी भारी था, रात भी भारी है; अगर मेरा दिल तोड़ना है तो शौंक से तोड़िए; क्योंकि चीज़ ये हमारी नहीं तुम्हारी है।
आईना हमने तोड़ दिया है इस ख्याल से; कि शायद हमारी तक़दीर बदल जाए; हमें क्या पता कि टूटे आईने के हर टुकड़े में; फिर वही तस्वीर नज़र आएगी।
अनजाने में दिल गँवा बैठे; इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे; उनसे क्या गिला करें; भूल हमारी थी जो बिना दिल वालों से दिल लगा बैठे।
मैं कैसे यकीन कर लूँ कि उन्हें मोहब्बत नहीं थी हमसे; सुना है वो आज भी रोते हैं, हमारी तस्वीर अपने सीने से लगाकर।
सच्चे प्यार में निकले आंसू और बच्चे के आंसू एक सामान होते हैं; क्योंकि दोनों को पता है कि दर्द क्या है, पर किसी को बता नहीं सकते।