एक बात हमेशा याद रखना दोस्तों ढूंढने पर वही मिलेंगे जो खो गए थे, वो कभी नहीं मिलेंगे जो बदल गए है ॥ कोई चाहे कितना भी महान क्यों ना हो जाए , पर कुदरत कभी भी किसी को महान बनने का मौका नहीं देती ।। कंठ दिया कोयल को , तो रूप छीन लिया । रूप दिया मोर को , तो ईच्छा छीन ली । दि ईच्छा इन्सान को , तो संतोष छीन लिया । दिया संतोष संतको , तो संसार छीन लिया । दिया संसार चलाने देवी -देवताओं को , तो उनसे भी मोक्ष छीन लिया । दिया मोक्ष उस निराकार को , तो उसका भी आकार छीन लिया ।। मत करना कभी भी ग़ुरूर अपने आप पर 'ऐ इंसान' , मेरे रब ने तेरे और मेरे जैसे कितने मिट्टी से बना के मिट्टी में मिला दिए ।
अगर है ज़िंदगी तो ज़िंदगी बोलती जाए, उदासी और तन्हाई मे कोई गीत तो गाए। ख़्याली आँच पर रक्खी हुई वो केतली खोलो, कि जिससे भाप के धुएं उड़ें, माहौल गरमाए। मुझे मु्स्कान के बदले मिलीं आँसू की सौगातें, मेरे दिल ने ये चाहा था कहीं से रोशनी आए। कहाँ मज़बूतियों का शोर था बाज़ार से घर तक, कहाँ कमज़ोरियाँ इतनी कि सन्नाटा भी गिर जाए न आई नींद तो फिर कैसे आते उसकी बातों में, दिखाने को तो रातों ने भी सपने ख़ूब दिखलाए। हवा के ज़ोर के आगे बहुत चंचल है पानी भी, कभी मौसम का रुख देखे, कभी लहरों में आ जाए। तुम्हारी याद ही अपनी उम्मीदों का सहारा है, सँभाला है इसी ने जब भी दिल के ज़ख़्म गहराए।
एक दिन 'दर्द' ने 'दौलत' से कहा -: "तुम कितनी खुशनसीब हो कि हर कोई तुम्हें पाने की कोशिश करता है और मैं इतना बदनसीब हूँ कि हर कोई मुझसे दूर जाने की कोशिश करता है।" 'दौलत' ने बहुत प्यारा जवाब दिया -: "खुशनसीब तो तुम हो , जिसको पाकर लोग अपनो को याद करते हैं... बदनसीब तो मैं हूँ जिसको पा कर लोग अक्सर अपनों को भूल जाते हैँ"
पैसा एक ही भाषा बोलता है, अगर तुमने "आज" मुझे बचा लिया तो.. "कल" मै तुम्हे बचा लूंगा "पैसा फिर कहता है, भले मैं उपर साथ नहीं जाऊंगा पर जब तक मै नीचे हो तुझे बहुत उपर लेके जाऊंगा.." truth of life
हम अपने "जीवन" में अवश्य "सफल" होंगे. . . यदि हम - उन सभी "सलाहों " को मानें जो हम "दूसरों " को देते हैं...!!
चुटकुला तो नही है पर यह पढने के बाद एक प्यारी सी स्माइल जरूर आएगी..... 1) कितना मुश्किल है, जिंदगी का सफर..., भगवान मरने नही देते और इंसान जीने नही देते। 2) खून जिसका भी हो रंग सबका एक ही है, कैसे पता लगाया जाये बेगाना कौन है और अपना कौन है। 3) चलो माना दुनियाँ बहुत बुरी है, लेकिन तुम तो अच्छे बनो तुम्हे किसने रोका है....!! 4) जो जैसा है, उसे वैसा ही अपना लो…!! रिश्ते निभाने आसान हो जायेंगे.., 5) “दुआ” कभी खाली नही जाती… बस लोग ईन्तजार नही करते..!! 6 ) हे स्वार्थ तेरा शुक्रिया... एक तू ही है , जिसने लोगो को आपस में जोड़ कर रख रखा है. 7) वक़्त की मार तो देख... दुनिया जीतने वाले सिकंदर का देश ... दिवालिया हो गया.... 8) ''' गिरना भी अच्छा है,औकात का पता चलता है ,, ''' बढ़ते हैं जब हाथ उठाने को, अपनों का पता चलता है ,, 9) बहुत देखा जीवन में समझदार बन कर, पर ख़ुशी हमेशा पागल बनने पर ही मिलती है...!!! 10) गलती जिंदगी का एक पन्ना है; परन्तु 'रिश्ते' पूरी किताब हैं। ज़रूरत पड़ने पर 'गलती' का पन्ना फाड़ देना लेकिन एक पन्ने के लिए पूरी किताब मत फाड़ देना 11) जिन्दगी के सफर से, बस इतना ही सबक सीखा है । सहारा कोई कोई ही देता है, धक्का देने को हर शख्स तैयार बैठा है...!! 12) इंसान को उस जगह हमेशा 'खामोश' रहना चाहिये - जहां . . . 'दो कौड़ी' के लोग अपनी 'हैसियत' के गुण गाते हों..... 13) धर्म से कर्म इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि धर्म करके भगवान से मांगना पडता है, जब कि कर्म करने से भगवान को खुद ही देना पडता है॥ 14) कोई भी ईन्सान इतना अमीर नही होता की वो अपना भुतकाल खरीद सके ... और... कोई इतना गरीब नही होता की वो अपना भविष्यन बदल सके. 15) इंसान को अपनी औकात भूलने की बीमारी है और कुदरत के पास उसे याद दिलाने की अचूक दवा... 16) छोटे छोटे कदम मीलों का सफर तय कर सकते हैं। 17) ‘सब्र’ और ‘सच्चाई’ एक ऐसी सवारी है…..जो अपने सवार को कभी गिरने नहीं देती….. ना किसी के कदमो में…और ना किसीकी नज़रों में..!! 18) अच्छे के साथ अच्छे रहे...लेकिन बुरे के साथ बुरे नहीं बने... "क्योंकि" पानी से खून साफ कर सकते है लेकिन खून से खून नही....
सारा जहाँ उसी का है जो मुस्कुराना जानता है रोशनी भी उसी की है जो शमा जलाना जानता है हर जगह मंदिर है लेकीन ईश्वर तो उसीका है जो "सर" झुकाना जानता है जय श्री कृष्ण
बहुत ही सुंदर पंक्तियां भेजी है, फारवर्ड करने से खुद को रोक नहीं पाया .... जब भी अपनी शख्शियत पर अहंकार हो, एक फेरा शमशान का जरुर लगा लेना। और.... जब भी अपने परमात्मा से प्यार हो, किसी भूखे को अपने हाथों से खिला देना। जब भी अपनी ताक़त पर गुरुर हो, एक फेरा वृद्धा आश्रम का लगा लेना। और…. जब भी आपका सिर श्रद्धा से झुका हो, अपने माँ बाप के पैर जरूर दबा देना। जीभ जन्म से होती है और मृत्यु तक रहती है क्योकि वो कोमल होती है. दाँत जन्म के बाद में आते है और मृत्यु से पहले चले जाते हैं... क्योकि वो कठोर होते है। छोटा बनके रहोगे तो मिलेगी हर बड़ी रहमत... बड़ा होने पर तो माँ भी गोद से उतार देती है.. किस्मत और पत्नी भले ही परेशान करती है लेकिन जब साथ देती हैं तो ज़िन्दगी बदल देती हैं.।। "प्रेम चाहिये तो समर्पण खर्च करना होगा। विश्वास चाहिये तो निष्ठा खर्च करनी होगी। साथ चाहिये तो समय खर्च करना होगा। किसने कहा रिश्ते मुफ्त मिलते हैं । मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती । एक साँस भी तब आती है, जब एक साँस छोड़ी जाती है!!