परिंदों को मिलेगी मंज़िल यक़ीनन, ये फैले हुए उनके पर बोलते हैं; वो लोग रहते हैं खामोश अक्सर, ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं।
ज़िंदगी में हमेशा सबकी जरूरत रखो पर कभी किसी की कमी नहीं। क्योंकि जरूरत और कोई भी पूरी कर सकता है; पर किसी की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता।
जो हो गया उसे सोचा नहीं करते; जो मिल गया उसे खोया नहीं करते; हांसिल उन्हे होती है सफलता; जो वक़्त और हालात पर रोया नहीं करते।
मीठा बोलिए क्योंकि अलफ़ाज़ में भी जान होती है; इन्हीं से दुआ व अज़ान होती है; ये दिल के समंदर के वो मोती हैं; जिनसे इंसान की पहचान होती है।
भगवान के आगे प्रार्थना करने से कुछ नहीं बदलता, बस सिर्फ इंसान बदल जाता है; और फिर वही सब कुछ बदल देता है!