संस्कार इसलिए भी कम हो गए हैं बच्चों में... क्योंकि पहले बुजुर्गों से सीखते थे, अब गूगल से सीखते हैं!
"लगन" व्यक्ति से वो करवा लेती है, जो वह नहीं कर सकता! "साहस' व्यक्ति से वो करवाता है, जो वह कर सकता है! किन्तु "अनुभव" व्यक्ति से वही करवाता है, जो वास्तव में उसे करना चाहिये!
जिस कॉपी पर सब विषयों को सँभालने की ज़िम्मेदारी होती है वो अक्सर कॉपी बन जाती है! परिवार में ज़िम्मेदार इंसान का भी यही हाल होता है!