जब झुकी हुई गर्दन से मोबाइल में अजनबी रिश्ते जुड़ जाते हैं तो हकीकत के रिश्ते में गर्दन झुका लेने में क्या हर्ज़ है!
ज़िन्दगी के इस रण में खुद ही कृष्ण और खुद ही अर्जुन बनना पड़ता है! रोज़ अपना ही सारथी बनकर जीवन का महाभारत लड़ना पड़ता है!
कोयल अपनी भाषा बोलती है, इसलिये आज़ाद रहती है, किंतु तोता दूसरे कि भाषा बोलता है, इसलिए पिंजरे में गुलाम रहता है। अपनी भाषा अपने विचार और अपने आप पर विश्वास करें!