संता अपने बाप के सामने सिगरेट पी रहा था. संता का दोस्त : ओए, पापा के सामने सिगरेट ? संता : बाप ही तो है ना, कोई पेट्रोल पम्प थोड़े ही हैं !
संता (इलेक्ट्रिक शॉप में) : दो पंखे देना, एक ladies और एक gents. salesman : पंखों में ladies और gents नहीं होता. संता : होता क्यों नहीं है ? एक usha का देना और एक bajaj का देना !!
संता – कल तो गज़ब हो गया ! प्लेटफ़ॉर्म पर भीड़ में मेरी बीवी न जाने कहाँ खो गई थी. मेरे तो हाथों के तोते ही उड़ गए ! बंता – उफ़ ! यह तो बहुत बुरा हुआ! कितने तोते थे ?
एक बस का एक्सिडेंट हो गया. एक आदमी जोर-जोर से रो रहा था – हे भगवान्! मेरा हाथ टूट गया !!! संता – अबे सबर कर, इतना क्यों चिल्ला रहा है ? उस आदमी को तो देख जो मर गया फिर भी चुपचाप लेटा हुआ है ...!
संता एक सिटी बस में यात्रा कर रहा था. बस में बहुत भीड़ थी. पास ही खड़ी एक औरत के हाथ से संता का हाथ बार-बार छू जाता था. औरत गुस्से से बोली – “आप ये अच्छा नहीं कर रहे हैं.” संता बोला – “माफ़ कीजिये, पर इतनी भीड़ में इससे अच्छा नहीं हो सकता है !”
संता, बंता और जंता एक मोटर साइकिल पर कही जा रहे थे. रास्ते में पुलिस ने रोका. पुलिसवाला – क्या आपको पता नहीं है कि मोटर साइकिल पर 3 की सवारी पर पाबंदी है ? संता – पता है, इसीलिए तो 1 को वापस छोड़ने जा रहे हैं !
संता – “पहले मैं अपनी बीवी को बी.ए. करवाऊंगा फिर एम.ए. करवाऊंगा और उसके बाद पीएच.डी. करवाऊंगा. फिर उसे एक अच्छी सी नौकरी दिलवाऊंगा.” बंता – “फिर कोई अच्छा सा रिश्ता देखकर उसकी शादी भी करवा देना….!”
संता : यार उत्तरपुस्तिका पर क्या लिखूं ? बंता : यही कि इस शीट पर लिखे गए सभी जवाब काल्पनिक हैं जिनका किसी भी किताब से कोई सम्बन्ध नहीं है !
संता : यार मेरी बीवी मर गई. मैंने बहुत चाहा कि मेरी आँखों में आंसू आ जाएँ, पर नहीं आए. मुझे क्या करना चाहिए ? बंता : कुछ नहीं, बस कल्पना कर ले कि वो वापिस आ गई है!
संता ने हाल ही में अंग्रेजी सीखना शुरू किया था। एक दिन उसकी साली उसके घर आई। अंग्रेजी का रुआब झाड़ने की गरज से संता ने उससे कहा – ”आई लव यू” साली पढ़ी लिखी थी और जीजाजी पर जान छिड़कती थी। जवाब में बोली – ”आई लव यू टू” संता भी कहां पीछे रहने वाला था, बोला – ”आई लव यू थ्री
संता और बंता एक बस स्टॉप पर खड़े थे। संता : आपको कौनसी बस से जाना है ? बंता : 5 नंबर से, और आपको ? संता : 7 नंबर से काफी देर इंतजार करने के बाद एक बस आई जिसका नंबर था – 57 । संता राहत भरी सांस लेते हुए बोला : भगवान का लाख-लाख शुक्र है कि अब हम दोनों में से किसी को भी और इंतजार नहीं करना पड़ेगा। हम दोनों एक ही बस से जा सकते हैं।
संता के घर लड़की ने जन्म लिया। बंता : जब लड़की बड़ी होगी तो लड़के इसे छेड़ेंगे। संता : मैंने इसका इंतजाम कर लिया है। बंता : क्या किया ? संता : लड़की का नाम दीदी रख दिया है।