पंजाबी है जुबाँ मेरी; लेकिन हिन्दी भी बोलता हूँ; बनाता हूँ शरबत-ए-काव्य; जब ऊर्दू की शक्कर घोलता हूँ।
शायद फिर से वो तकदीर मिल जाए; जीवन का सबसे हसीं पल मिल जाए; चल फिर से बनायें सागर पे रेत का मकान; शायद वापिस अपना बचपन मिल जाए।
टाइटन घड़ी: तू भी वक़्त बताती है, मैं भी वक़्त बताती हूँ, लेकिन फिर भी तेरी इज्ज़त ज्यादा क्यों है? रोलेक्स घड़ी: दोस्त, तू इंसान को वक़्त बताती है और मैं "इंसान का वक़्त बताती हूँ"।
नेपाली: साहब ये शाम सिंह का मोबाइल कहाँ से मिलेगा। मोबाइल विक्रेता: पता नहीं। नेपाली: साहब जी, टी.वी. (TV) में पता तो इसी दुकान का है। मोबाइल विक्रेता: अबे, ये शाम सिंह नहीं, 'सैमसंग' (SAMSUNG) है।
दोस्त और बीवी को कभी विश्वास दिलाने की जरुरत नहीं होती। क्योंकि दोस्त कभी शक़ नहीं करेगा; और बीवी कभी यकीन नहीं करेगी।
साला समझ में नहीं आ रहा है, बाज़ार में मंदी है इसलिए लोग Whatsapp पर हैं; या लोग पूरा दिन Whatsapp पर हुए हैं, इसलिए बाज़ार में मंदी है?
एक लड़का और एक लड़की एक दूसरे को क्यों नहीं समझते? क्योंकि खुदा ने लड़कों को दिमाग दिया है और लड़कियों को अच्छा दिल। लेकिन लड़के दिल से सोचते हैं और लड़कियां दिमाग से।
यूं तो हम हैं बाल-ब्रह्मचारी; पर जहां देखी नारी, वहीं पलटी मारी; पटाने की हमेशा कोशिश जारी; पटी तो वो हैं हमारी; वरना हम तो हैं ही ब्रह्मचारी।
अगर लड़की को उलटी आये तो घरवाले कहते हैं, "कौन है वो कमीना?" और अगर लड़का उलटी करता है तो घरवाले कहते हैं, . . . . . . "कमीना पी के आया है"। नैतिक: उलटी चाहे कोई भी करे, कमीना लड़का ही होता है।