पठान से किसी ने पुछा, "रेडियो और अखबार में क्या अंतर है?" पठान(बहुत सोचने के बाद): देखो यार, बात है समझने की, अब रेडियो में आप रोटियां तो नहीं लपेट सकते ना!
न्यूज़ पेपर में विज्ञापन आया: हमारे पास ऐसी चीज़ है जिसे पहन कर आप पूरी दुनिया को देख सकते हैं पर कोई आपको नहीं देख सकता। कीमत सिर्फ 10,000/- रुपये, होम डिलीवरी फ्री। पठान ने विज्ञापन पढ़ते ही 10,000/- रुपये भेज दिए। कुछ दिन बाद पार्सल आया, पठान ने जल्दी-जल्दी पार्सल खोला तो अंदर से एक 'बुर्का' निकला।
पठान और सिंधी आपस में बातें कर रहे थे। सिंधी: चल अपने बचपन की कोई बात बता? पठान: यार, बचपन में... मैं बहुत ताक़तवर था। सिंधी: अच्छा... वो कैसे? पठान: अम्मी कहती है बचपन में जब मैं रोता था तो सारा घर सिर पर उठा लेता था।
पठान डॉक्टर के पास गया और बोला, "डॉक्टर साहब, मुझे बीमारी है कि खाने के बाद भूख नहीं लगती, सोने के बाद नींद नहीं आती, काम करूं तो थक जाता हूँ। कुछ इलाज़ बताओ।" डॉक्टर: ऐसा करो सारी रात धूप में बैठो ठीक हो जाओगे।
पठान: यार, तुम जानते हो, मैंने तीन शादियाँ की, पर तीनों बीवियां मर गई। समझ में नहीं आता कि मैं क्या करूं? सिंधी: बस अब औरत जात पर रहम कर।
पठान एक लम्बी सी पाईप से हुक्का पी रहा था। सिंधी: इतने लम्बे पाईप से हुक्का क्यों पी रहे हो? पठान: ओ यार, डॉक्टर ने तम्बाकू से दूर रहने को कहा है।
सिंधी: पठान भाई तुम बाजार जा रहे हो तो मेरे लिए एक शीशा लेकर आना, जिसमे मैं अपना चेहरा देख सकूँ। पठान: ठीक है। पठान के बाजार से वापस आने के बाद: सिंधी: भाई, ले आये शीशा? पठान: नहीं भाई मिला ही नहीं, जो भी शीशा मैं उठाता था उसमे मेरा ही चेहरा दिखाई दे रहा था, आपका नहीं।
होटल में खाना खाने के बाद: पठान: बिल ले आओ। वेटर: ये लीजिये और सर टिप दीजिये न प्लीज। पठान: क्या? वेटर: टिप दो ना सर। पठान: लड़की के चक्कर में मत पड़ना भाई, बहुत पंगे हैं।
दोस्त: तेरी बीवी ने तुझे घर से क्यों निकाला? पठान: साले तेरे कहने पर, उसे चैन गिफ्ट की थी इसलिए निकाला। दोस्त: चांदी की थी क्या? पठान: नहीं साइकिल की। सोने चांदी वाले हड़ताल पर हैं।
पठान हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए गया। डॉक्टर: कमीज़ उतारो, सलवार ढ़ीली करके उल्टा लेट जाओ। पठान घबराकर बोला, "डॉक्टर साहब पहले अल्ट्रासाउंड न कर लें?"
टीचर: गुल खान, तुम क्लास में टोपी क्यों पहन कर आये हो? गुल खान: टीचर किसी को पता न चले कि मेरे दिमाग में क्या चल रहा है!