पठान एक बारात में गया। वहाँ उसे बार-बार पानी परोसा जा रहा था। परेशान होकर पठान चिल्लाया: गले में पानी फंस गया है, थोड़ा गोष्ठ-चावल दे दो।
पठान जब बीमार हुआ तो डॉक्टर के पास गया। डॉक्टर: यह लो दवा की शीशी, एक हफ्ते बाद आना। पठान एक हफ्ते बाद दोबारा आया। डॉक्टर: दवाई ख़त्म हो गयी? पठान: ओये, तुम हमको पागल बनाते हो। इस पर तो लिखा है कि शीशी को हमेशा बंद रखो।
एक पठान का हाथ मशीन में आकर कट गया। उसका दोस्त उससे मिलने गया और बोला, "अच्छा हुआ तुम्हारा उल्टा हाथ कटा नहीं तो तुम खाना कैसे खाते, लोगों से हाथ कैसे मिलाते?" पठान: यह तो तुम हमारे दिमाग की दाद दो। हाथ तो हमारा सीधा ही आया था हमने फ़ौरन सीधा हाथ खींच कर उल्टा हाथ डाल दिया।
एक बार एक कब्र खोदने वाले ने खूब शराब पी ली और नशे की हालत में इतनी गहरी कब्र खोदी कि उसमें से बाहर निकलना ही मुश्किल हो गया। रात को जब सर्दी बढ़ गयी तो चिल्लाया, "अरे मुझे बड़ी सर्दी लग रही है। कोई कुछ करो।" तभी वहां से एक पठान गुज़र रहा था जो उसे देख लार बोला ,"सर्दी तो लगेगी ही। लोग तुम पर मिट्टी डालना भूल गए हैं।"
एक बार पठान एक आर्ट गैलरी में गया। पठान(मैनेजर से): यह ऐसी बेहुदा चीज़ों को आप आर्ट कहते हैं। मैनेजर: माफ़ कीजिये, यह शीशा है।
सिंधी(पठान से): यार तुम्हारा जन्मदिन कब आता है? पठान: नहीं यार, मेरा जन्मदिन नहीं आता। सिंधी: ऐसा कैसे हो सकता है? जन्मदिन तो सबका आता है। पठान: वो मैं रात को पैदा हुआ था, इसलिए मेरा जन्म दिन नहीं आता।
पठान अपने ससुराल गया तो उसकी सास ने बड़े ही अदब से पूछा, "जमाई जी, क्या बैँगन शरीफ पका लूँ या आप आलू मोहतरम खाना पसंद करेंगे?" पठान: मैं तो गुनहगार बंदा हूँ, इनके काबिल कहाँ.. आप कोई बेगैरत सा मुर्गा पका लें।
एक बार पठान डॉक्टर के पास गया और बोला, "डॉक्टर साहब सुना है आप मरीज लाने वाले को कमीशन देते हैं।" डॉक्टर: कहाँ है मरीज? पठान: जी मैं ही हूँ।
पठान: कल एक पहलवान ने मेरे भाई को पीटा। मुझे पता लगा तो मैं तो सीधा उसके घर घुस गया। सिंधी: तो फिर क्या हुआ? पठान: वही, जो मेरे भाई के साथ हुआ। पहलवान ने मुझे भी खूब पीटा।
सिंधी: सुना है तुम्हें नौकरी से निकाल दिया। पठान: हाँ, उन लोगों ने मेरे ऊपर चोरी का इल्जाम लगा दिया था। सिंधी: अरे तो तुम्हें कहना चाहिए था कि साबित करके दिखाएं। पठान: कहा था। सिंधी: फिर? पठान: उन्होंने साबित कर दिया।
पठान डॉक्टर के पास गया और बोला, "डॉक्टर साहब बुखार आ रहा है।" डॉक्टर(नब्ज़ पकड़ कर): हाँ बुखार तो है, मैं दवाई लिख देता हूँ। पठान: डॉक्टर साहब, कडवी दवा मत लिखना। डॉक्टर ने उसे घूर कर देखा और फिर दवाई लिखने लगा। पठान फिर बोला, "डॉक्टर साहब कडवी दवा मत लिखना।" डॉक्टर को गुस्सा आ गया और बोला, "तो क्या साले एक किलो जलेबी लिख दूँ।"
वेटर: सर आप क्या लेंगे? पठान: एक बटर चिकन और पाँच नान वेटर: डेजर्ट में आपको क्या पसंद है? पठान: ऊँठ की सवारी।