थानेदार: तुम्हारे यहाँ चोरी हुई तो कितना बजा था? पठान: चार लट्ठ हम पर और एक लट्ठ हमारी बेगम पर बजा था। थानेदार: मैं पूछ रहा हूँ कि घड़ी में कितना बजा था? पठान: साहब घड़ी पर तो एक ही लट्ठ बजा था, तभी घड़ी टूट गई थी।
पठान: डॉक्टर साहब, चश्मा लगा के हम अखबार पढ़ सकेगा न? डॉक्टर: हाँ, बिल्कुल। पठान: फिर ठीक है, वर्ना अनपढ़ की भी कोई जिंदगी है।
बॉस: तुम्हें 15 दिन की छुट्टी क्यों चाहिए? पठान: कज़न का शादी है। बॉस: कजन की शादी में 15 छुट्टियां क्यों? पठान (शर्माते हुए) बोला: कज़न का शादी हमसे हो रहा है।
एक पठान साइकिल चलाते और गुनगुनाते हुए कहीं जा रहा था। रास्ते में एक औरत से टकरा गया। औरत चिल्ला कर बोली,"ब्रेक नही मार सकता था क्या?" पठान हैरत से बोला, "पूरा साइकिल मार दिया, अभी ब्रेक मार के क्या फ़ायदा।"
एक पठान दूसरे पठान से: तुम्हारे पापा की मौत कैसे हुई थी? दूसरा पठान अफ़सोस करते हुए, "यार उनकी यादाश्त बहुत कमज़ोर थी। दोपहर को सोते वक़्त सांस लेना भूल गये थे।
पठान आँखें बंद करके शीशे के सामने बैठा था। तो यह देखकर दुसरे पठान ने पुछा: खान भाई क्या कर रहे हो? पठान: यार, मैं देख रहा हूँ कि हम सोता हुआ कैसा लगता है!
पठान रेल की पटरी पर लेटा हुआ था। उसके दोस्त ने पूछा, "क्या कर रहे हो? रेल गुज़री तो मर जाओगे। पठान: अभी ऊपर से जहाज़ गुज़रा कुछ नहीं हुआ, तो रेल क्या चीज़ है!
पठान अपने अब्बू से, "मुझे शादी करनी है।" अब्बू: बेटा किस के साथ? पठान: दादी के साथ। अब्बू: बेगैरत, वो मेरी माँ है। पठान: तो फिर आपने मेरी माँ के साथ क्यों की?
रात को सोते वक़्त पठान को एक मच्छर बहुत तंग कर रहा था। पठान तंग आकर बैड के नीचे सो गया। थोड़ी देर बाद वहाँ एक जुगनू आ गया। पठान गुस्से से: कमीने अब टॉर्च लेकर ढूंढ रहा है।
एक बुढ़िया सिनेमा हाल में कोल्ड-ड्रिंक की बोतल लेके बैठी थी। कभी 15 मिनट में मुँह को लगाती, तो कभी 20 मिनट में। यह देखकर पास बैठे पठान को गुस्सा आ गया। उसने बुढ़िया से बोतल छीनी और पूरी एक घूट में पीकर बोला: ऐसे पीते हैं। बुढ़िया: पर बेटा मैं तो पान थूक रही थी।
एक कब्र खोदने वाले ने खूब शराब पी ली और नशे की हालत में इतनी गहरी कब्र खोदी कि उसमें से बाहर निकलना ही मुश्किल हो गया। रात हो चली थी। सर्दी बेहद थी उसे आहट सुनाई दी तो चिल्लाया, "अरे मुझे बड़ी सर्दी लग रही है। कोई कुछ करो।" एक पठान ने कब्र में झांककर देखा और बोला: "सर्दी तो लगेगी ही। लोग तुम पर मिट्टी डालना भूल गए हैं।"