कहते हैं कोई ग़लत काम करने से पहले हाथ काँपते हैं! आजकल "नहाते" वक़्त मेरा पूरा शरीर काँपता है! उसका क्या करूँ ?
एक होते हैं माँ की कसम खाने वाले फिर आते हैं भगवान की कसम खाने वाले हैं और अंत में आते हैं हाथ में बीड़ी पकड़ कर कहने वाले, "अग्नि हाथ में है, झूठ नहीं बोलूंगा!"
प्यार क्या है? इतनी ठण्ड में कोई आपकी गर्दन पे ठंडे-ठंडे हाथ लगा दे फिर भी आप उसे गालियाँ ना दें! बस यही प्यार है!
डॉक्टर: आप की बीवी का कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया है! पति: ऐसे कैसे नेगेटिव आया है, पूरा पैसा दिया है टेस्ट का! 14 दिन क्वारंटाइन की बात भी हुई थी!
जो सर्दियों में रोज नहा कर पानी बर्बाद करते हैं, उन्हें ही अगले जन्म में ऊँट बना कर रेगिस्तान में छोड़ दिया जाता है!
जैसे आत्मा ना मरती है, ना खत्म होती है, बस तन बदलती है! वैसे ही सोनपापड़ी ना खुलती है, ना ख़त्म होती है, बस घर बदलती है!