एक बार महादेवजी धरती पर आये । चलते चलते उन्हें प्यास लगी । सामने दूध वाला मिला । दूध माँगा तो उसने जवाब दिया “ऐसे मुफ्त में दूध नही मिलता” और…… आगे जाने पर दारू वाला मिला । जब दारू मांगी तो उसने कहा ” पी लो जितनी चाहिये..मौज करो।” महादेवजी प्रसन्न हुए.. और ..उस दारू वाले को वरदान दिया… दूध वाले को दुध देने घर-घर जाना पड़ेगा … पर .. दारू वाले को ढूंढते हुए लोग उसके पास जायेंगे… तथास्तु…..
भारतियों का टैलेंट… !! जहाँ से ‘स्पीड ब्रेकर’ टूटा हो वहाँ से गाड़ी निकालने का टैलेंट ज़रूर होता है। पर गाड़ी धीरे नही करेगें..! —- और जब भी किसी मंदिर के बाहर से निकले, चाहे कार में हो या बाइक पर… इतना स्टाइल से सीने पे हाथ रख कर अपना सर झुकाता है… जैसे भगवान् अटेंडेंस रजिस्टर लेकर खिड़की पर बैठे बैठे उसी का इंतज़ार कर रहे हों…..!!!
जिसकी शादी में अजीमोशान शहंशाह गाना बजा था.. उन को सुबह सुबह लुंगी में दूध लेते जाते देखता हु तो दिल भर आता हे!
बचपन में जहां चाहा हंस लेते थे, जहां चाहा रो लेते थे… पर अब मुस्कान को तमीज़ चाहिए और आंसुओ को तन्हाई ! हम भी मुस्कराते थे कभी बेपरवाह अन्दाज़ से… देखा है आज खुद को कुछ पुरानी तस्वीरों में ! चलो मुस्कुराने की वजह ढूंढते हैं… जिन्दगी तुम हमें ढूंढो…हम तुम्हे ढूंढते हैं …!!!”
टीचर ने छात्रों से पुछा। टीचर: एक बात बताओ, तुम पढाई में ध्यान क्यों नहीं देते? एक छात्र: क्योंकि पढाई सिर्फ दो वजहों से की जाती है। 1st डर से 2nd शौख़ से और, फालतू के शौख हम रखते नहीं और डरते तो किसी के बाप से नहीं।
माँ बाप ने खूब जतन से पढ़ाया ….. हमने भी जी जान से पढाई की ….. फिर भी ….. आज भी ऑफिस में एंट्री ….. अंगूठा लगाने पर ही मिलती है ….. Dedicated to Biometric Machine!