पत्नी: तुम ये रोज-रोज ऊपर देखकर पत्थर क्यों मारते हो? पति: क्योंकि एक दिन मुझसे किसी ने कहा कि जोड़ी ऊपर से बनकर आती है।
पत्नी: मैं घर छोड़कर जा रही हूँ। पति गुस्से में बोला,"जान छोड़ो।" पत्नी: यह आपकी जान कहने की आदत न हमेशा मुझे रोक लेती है।
पत्नी: आज तो 5 रुपये के 3 प्याज मिल गए। पति (उत्साहित होते हुए) बोला: वो कैसे? पत्नी: 5 रुपये का 1 उसने दिया, 1 मै उठाकर भाग गई, और 1 उसने मुझे फेंक के मारा, तो वो भी उठा लाई।
एक बहुत मोटी औरत अपने पलंग पर सोई हुई थी कि एकाएक भूचाल आ गया और वो पलंग से नीचे गिर गई। करीब ही उसका पति सोया हुआ था, उसकी भी आँख खुली। "क्या हुआ भगवान?" वह फर्श पर गिरी पड़ी पत्नी से बोला, "भूचाल से तुम गिरी हो या तुम्हारे गिरने से भूचाल आया है!"
पति और पत्नी आपस में झगड़ा कर रहे थे। पत्नी (गुस्से में चिल्लाकर): आपने तो जीवन में कभी भी किसी की भलाई नहीं की। पति: तो तुम जैसी औरत से विवाह किसने किया!
पति थके हारे दफ्तर से घर लौटे तो पत्नी से बोले: कसकर भूख लगी है आज। क्या मिलेगा खाने को? पत्नी बोली: जो पसंद हो, मटर पनीर की सब्ज़ी, रायता, भरवां परांठा, पापड़ आदि। जो किसी होटल में चलकर खाए जा सकते हैं। या फिर उड़द की दाल जो मुझसे जल गई है।