संता ने बंता से कहा: मुझे कल रात भर नींद नहीं आई। बंता: क्यों भाई क्या हुआ? संता: कल रात भर मैं यही सपना देखता रहा मैं नींद में जाग रहा हूँ।
संता क़ब्रिस्तान में चरस पी रहा था। पुलिस: क्या कर रहे हो? संता: अब्बू के लिए दुआ। पुलिस: यह तो बच्चे की क़बर है। संता: अब्बू बचपन में ही मर गए थे।
संता: ट्रेन में रात भर मुझे नींद नहीं आई। ऊपर की सीट मिली थी, गर्मी बहुत थी। बंता: तो सीट बदल लेता। संता: किस के साथ बदलता? नीचे की सीट पर कोई आया ही नहीं।
संता अपनी पत्नी जीतो से: अगर तुम्हें कुछ हो गया तो मैं पागल हो जाउंगा। जीतो: दूसरी शादी तो नहीं करोगे? संता: पागल का क्या है, कुछ भी कर सकता है!
बंता: यार संता, हमारे यहाँ जेल को हवालात क्यों कहते हैं? संता: क्योंकि हमारी पुलिस जेल में खाने के लिए हवा और लात ही देती है।
संता बंता से: 20 सालों में, आज पहली बार अलार्म से सुबह सुबह मेरी नींद खुल गई। बंता: क्यों, क्या तुम्हें अलार्म सुनाई नहीं देता था? संता: नहीं आज सुबह मुझे जगाने के लिए मेरी बीवी ने अलार्म घड़ी फेंक कर सिर पर मारी।