रात में नींद ना आये, दिन में चैन ना आये; मैंने रब से पूछा क्या यही प्यार है? रब ने मुस्कुरा कर कहा, "नहीं बेटा, प्राइवेट जॉब वालों का ऐसा ही हाल है।"
संता ने बंता से कहा: मुझे कल रात भर नींद नहीं आई। बंता: क्यों भाई क्या हुआ? संता: कल रात भर मैं यही सपना देखता रहा मैं नींद में जाग रहा हूँ।
संता बंता से: 20 सालों में, आज पहली बार अलार्म से सुबह सुबह मेरी नींद खुल गई। बंता: क्यों, क्या तुम्हें अलार्म सुनाई नहीं देता था? संता: नहीं आज सुबह मुझे जगाने के लिए मेरी बीवी ने अलार्म घड़ी फेंक कर सिर पर मारी।