आजकल की मम्मियो का अपने बच्चो से "आप आप " करके बातें करना भी, एक नकलीपन का सा ऐहसास देता है।असली प्यार तो वो होता था जब माँ की एक बात का जवाब नहीं देते थे तो हवा में लहराती हुई "चप्पल"आकर सीधी मुँह पर लगती थी। वो होता था असली प्यार बाकी सब तो दुनियादारी है।
बंता: यार संता, ये जलेबी "फीमेल" क्यों है? संता: इसके दो कारण हैं, एक तो वो मीठी है और दूसरा वो कभी सीधी नहीं हो सकती।