सास (नयी बहु से): बेटी, आज से तुम मुझे अपनी माँ और अपने ससुर को पिता ही समझना। तभी दरवाजे की घंटी बजी। बहु ने दरवाजा खोला तो देखा कि उसका पति आया है। सास: कौन आया है बेटी? बहु: माँ, भैया ऑफिस से आ गए।
घर जमाई: आज से मैं रोटी नहीं, चावल ही खाऊंगा। सास: क्यो? घर जमाई: मोहल्ले वालों के तानो से थक गया हूँ कि मैं ससुराल में मुफ़्त की रोटी तोड़ता हूँ।
संता के ससुराल में सास ने उसे 7 दिन तक सुबह-शाम साग खिलाया! उसे 8वें दिन सास ने पूछा, "क्या खाओगे?" संता: आप मुझे खेत दिखा दो, मैं खुद चर आऊंगा!
शादी के बाद पहली बार बहू रसोई मे गई और रेसिपी बुक में पढ़कर खाना बना रही थी । सास बाहर से घर लौटी… फ्रिज खोला, अन्दर देखकर चकराई और पूछा: “ये मन्दिर का घण्टा फ्रिज में क्यों रखा है ?” बहू : “किताब में लिखा है, सब चीजों का मिश्रण कर लें और एक घण्टा फ्रिज में रखें ।”