बंता: यार आज मेरी तबियत ठीक नहीं है, हर चीज़ डबल (double) नज़र आ रही है। संता: 1000 रूपये का नोट दे के, "ये लो वो 2000, जो पिछले हफ्ते मैंने उधार लिए थे।"
एक आदमी खड़े-खड़े चाबी से अपना कान खुजला रहा था। संता उसे गौर से देखते हुए बोला, ''भाई साहब अगर आप स्टार्ट (Start) नहीं हो रहे तो धक्का लगाऊं?''
संता: मैंने जब अपना पिछला घर छोड़ा था तो मेरी मकान मालकिन रोने लगी थी। नई मकान मालकिन: मैं नहीं रोउंगी, मैं एडवांस पहले ही ले लेती हूँ।
एक बार संता के होठ जल गए। बंता: ओ यार ये कैसे हुआ? संता: बीवी को रेलवे स्टेशन छोड़ने गया था। बंता: तो? संता: ख़ुशी के मारे ट्रेन के इंजन को चूम लिया।
बंता: आज अचानक पार्टी किस ख़ुशी में? संता: मेरा स्कूटर खो गया है। बंता: तो? संता: शुक्र मनाओ उस पर मैं नहीं बैठा था, वर्ना मैं भी गुम हो जाता।