बंता: यार सूरज रात को क्यों नहीं निकलता? संता: क्या पता निकलता भी हो, अंधेरा इतना होता है कि कुछ दिखाई नहीं देता।
संता: यार मछलियां सतह पर आकर बाहर की ओर क्यों झांकती हैं? बंता: यह देखने के लिए कि उनकों ललचाई निगाहों से कौन देख रहा है।
संता (हलवाई से) बोला: तुम कितने साल से ज़लेबी बना रहे हो? हलवाई बड़े फ़क़र से बोला: 30 साल से। संता: लख दी लाहनत है, तुमसे आज तक ज़लेबी सीधी नहीं बनी।
संता एक दिन बिजली की दुकान में: दो फैन देना,एक लेडीज और एक जेंट्स| दुकान वाला: फैन में लेडीज और जेंट्स नहीं होता यार| संता: क्यूँ नहीं होता जी, एक बजाज का दे और एक उषा का|
संता: यार! मैं जो भी काम शुरू करता हूँ मेरी बीवी बीच में आ जाती है। बंता: तू ट्रक चला कर देख, शायद किस्मत साथ दे दे!
संता समोसे वाले से: ओए! तुम्हारे समोसे में से लड़की का बाल निकला है। समोसे वाला: अरे! अब 2 रूपये के समोसे में पूरी लड़की निकलेगी क्या?