हाथों की लकीरों में शादियां क्या ढूंढ़ते फिरते हो पंडित जी, शादियां तो उनकी भी होती हैं जिनके हाथ नहीं होते!
पत्नी: जब शादियां स्वर्ग में तय होती हैं तो नर्क में क्या होता है? पती: नर्क में शादी के बाद वाले दिन तय होते हैं।
जीतो: क्यों जी, जब जोड़ियां स्वर्ग में बनती हैं, तो शादी भी वहीं क्यों नहीं हो जाती? संता: वहां भी शादियां होने लगें तो स्वर्ग भी नर्क नहीं बन जाएगा, क्या!