पठान ने घड़ीसाज से कहा, "इस घड़ी को ठीक करने का क्या लोगे?" घड़ीसाज: जो कीमत आप को पड़ी थी, उसका आधा दे देना! अगले दिन घड़ी ठीक कराने के बाद पठान ने घड़ीसाज को दो थप्पड़ मार दिए! घड़ीसाज ने पूछा, "मुझे थप्पड़ क्यूँ मारे?" पठान ने झट से जवाब दिया, "जब मैंने घड़ी लेने की ज़िद की थी तो मेरे अब्बू ने मुझे चार थप्पड़ मारे थे!"
पठान: मेरे मरने के बाद, तुम्हें मेरे जैसा दूसरा आदमी नहीं मिलेगा! सलमा: तुम्हें किसने कह दिया कि मैं दूसरा आदमी भी तुम्हारे जैसा ही चाहती हूं!
पठान अपनी अम्मी से, "अम्मी, मुझे मेरी एक छोटी बहन चाहिए"! सलमा: बेटा, अब्बू लाहोर गए हैं, उनके आने के बाद हम सोचेंगे! पठान थोड़ा सोचकर बोला, "क्यों न हम अब्बू को सरप्राइज़ दें!
सिन्धी अपने बहुत करीबी पठान दोस्त से, "ओये, मेरी शादी के लिए लड़की वाले देखने आ रहे हैं। तुम मेरे बारे में उनको थोड़ा बढ़ा चढ़ा कर बोलना। पठान: क्यों नहीं, जरूर। जब लड़की वाले सिन्धी को देखने आये तो सिन्धी को छीक आ गई। लड़की के बाप ने पठान से पूछा, "लड़के को जुखाम है क्या?" पठान: नहीं, नहीं - कैंसर है कैंसर।
पठान ने गलती से किसी दूसरे के मोबाइल पर 100 का बैलेंस भेज दिया। फिर थोड़ी देर बाद फोन करके बोला, "ओ यारा, हमारा 100 रुपया वापस करो"। आदमी बोला, "हमारे पास तो 80 रुपया ही आया है"। पठान: रुको, अभी हम 20 और भेजता हूँ।