बंता: फ़िल्मी जिंदगी और असली जिंदगी में क्या अंतर है? संता: फिल्मों में बहुत मुश्किलों के बाद शादी होती है और असली जिंदगी में शादी के बाद बहुत मुश्किल होती है!
भिखारी: क्या बात है साहब, पहले आप सौ रुपये देते थे, बाद में पचास, फिर पच्चीस, अब सिर्फ दस देते हैं? संता: पहले मैं कुंवारा था, तो मैं सौ देता था! फिर मेरी शादी हो गयी, तो पचास; एक बच्चा हो गया तो पच्चीस; अब दो बच्चे हैं तो दस देता हूं! भिखरी: वाह साहब, आपके पूरे परिवार का खर्चा तो मेरे पैसों से चल रहा है!
संता: यार बंता, पहले तुम्हारे घर नौकरानी थी! वही कपड़े धोया करती थी और आज, तुम कपड़े धो रहे हो! नौकरानी कहाँ गयी? बंता: यार, मैंने उससे शादी कर ली!
बंता: आदमी शादी क्यों करता है? संता: ताकी अगर वो मरने के बाद स्वर्ग जाए तो अच्छा महसूस करे; और अगर नर्क जाए तो घरेलू महसूस करे।
संता: कहा जाता है जोड़ियाँ स्वर्ग से बनके आती है। बंता: तो सोचने की बात यह है कि नरक में क्या होता है? संता: नरक में शादी के बाद जो होता है, वोह तय किया जाता है।
संता बंता और पठान परीक्षा के बाद तीनों एक दूसरे बाते कर रहे थे। पठान: यार मुझे कुछ नहीं आता था मैंने पेपर खाली छोड़ दिया है। बंता: मैंने भी। संता: क्या यार मैडम सोचेगी हमने 'नक़ल' की है।