संता पप्पू से: बेटे, तुम्हारे दादा जी ने शादी की और पछताए। मैंने शादी की और पछता रहा हूं। अब तुम क्या करोगे? पप्पू: और कर ही क्या सकता हूं। वंश-परम्परा निभाऊंगा । शादी करूंगा और फिर पछताऊंगा।
जिस ने ज़ल्द बाज़ी में शादी की उसने अपना जीवन बिगाड़ लिया।। वाह! वाह! वाह! वाह! और जिसने सोच समझ कर की उसने कौन सा तीर मार लिया।।