लडकियाँ हर मोड़ पे डरती हैं, अकेली हो तो सुनसान राहों का डर, भीड़ में हो तो लोगों का डर, हवा चले तो दुपट्टा उड़ने का डर, कोई देखे तो उसकी आँखों का डर, बचपन हो तो माँ बाप का डर, जवान हो तो भाइयों का डर, वो डरती हैं और तब तक डरती हैं, जब तक इन्हें कोई जीवन साथी नहीं मिल जाता, . . . और यही वो शख्स होता है, जिससे वो सबका बदला लेती हैं।
माँ: बेटा बाथरूम के जाले साफ कर दो। बेटा: कानून से करवा लो। माँ: क्या? बेटा: हाँ, क्योंकि कानून के हाथ लम्बे होते हैं।
आज का ज्ञान: इंसान जब भावुक होता है तो अपनी माँ को याद करता है और जब गुस्सा होता है तो... . . . . . . . . . दूसरे की माँ को।
पिता: बडी होकर क्या करोगी? बेटी: माँ बनूंगी, नौकरी करूंगी, पढाई करूंगी, शादी करूंगी। पिता: शाबाश, पर थोडा Sequence का ध्यान रखना।
एक अाँंटी कोक पी रही थी। उसमें एक कीड़ा गिर गया। अाँंटी ने उसे निकाला तो कीड़ा बोला, माँ अॉंटी: तुमने मुझे माँ क्यों कहा? कीड़ा बोला: मैं तेरी कोक से निकला हूँ, माँ।
संता की माँ की तबियत खराब हो गई, वो अपनी माँ को लेकर अस्पताल गया। डॉक्टर: इनके कुछ टेस्ट होंगे। संता: हे भगवान अब क्या होगा, "मेरी माँ तो अनपढ़ है।"