दो आदमी आपस में बात कर रहे थे। पहला आदमी: यार मैं अपनी बीवी से बहुत परेशान हूँ। दूसरा आदमी: क्यों? पहला आदमी: यार मेरी बीवी सब कुछ बनाना जानती है, पर फिर भी घर पर कभी खाना नहीं बनाती। दूसरा आदमी: यार तुम तो बहुत खुशकिस्मत हो, मेरी बीवी को खाना बनाना भी नहीं आता पर फिर भी खाना बनाती रहती है।
बिजली, पानी, पेट्रोल के दाम तो कोई भी सरकार कम करवा सकती है, कोई सरकार बीवियों के नखरे कम करवाये तो बात बने।
आगरा का ताजमहल गवाह है इस बात का कि... . . . . . . . . . औरत जीते जी ही नहीं... मरने के बाद भी, आदमी की जेबें खाली करवा सकती हैं।
सास ने जमाई को फोन किया और बोली, "भूकंप के क्या समाचार हैं?" जमाई: रसोई में खाना बना रही है। बात करवाऊँ क्या?