लड़की: कल मैं तुम्हारे लिए राखी लाई थी, तुमने बंधवाई क्यों नहीं? लड़का: अगर कल मैं तेरे लिए मंगलसूत्र लाऊँ तो क्या तू पहन लेगी? बड़ी आई, बात करती है।
अच्छी बातें तो सभी को अच्छी लगती है। लेकिन जब तुम्हे किसी की बुरी बात भी अच्छी लगने लग जाए तो समझ लो तुम्हे प्यार . . . . . . . . . नहीं बल्कि बेइज़्ज़ती सहने की आदत हो गयी है।
इतना खूबसूरत कैसे मुस्कुरा लेते हो; इतना कातिल कैसे शर्मा लेते हो; एक बात बताओ दोस्त, . . . . . . . . . बचपन से ही कमीने हो या सूरत ही ऐसी बना लेते हो?
अच्छी बात तो सब को अच्छी लगती है, पर जब तुम्हें किसी की बुरी बात भी बुरी न लगे तो समझना... . . . . . . . तुम्हें जलील होने की आदत हो गयी है।
समझदार आदमी से की गयी कुछ मिनट की बात हज़ारों किताबें पढ़ने से कहीं बेहतर होती है। इसलिए... . . . . . . . . . . . आप मुझसे कभी भी फोन लगा कर बात कर सकते हो।