सुबह जल्दी उठ कर, नहा धो कर, तैयार होकर, भगवान के सामने खड़े होकर, आँखें बंद कर, भगवान से सच्चे मन से पूछना कि... . . . . . . . हे प्रभु जब तुम अक्ल बाँट रहे तो मैं कहाँ था?
प्रीतो: शादी के पहले तुम बहुत मंदिर जाते थे, अब क्या हो गया? बंता: फिर तुमसे शादी हो गई और मेरा भगवान पर से भरोसा ही उठ गया।