बंटी: आदमी बिना कोशिश कुछ नहीं बन सकता। पप्पू: क्यों नहीं बन सकता? अभी कल की बात है कि मैं बिना कोशिश के बड़ा भाई बन गया।
एक बार पप्पू ट्रेन में सफ़र कर रहा था। ट्रेन में बहुत भीड़ होने के कारण पप्पू एक गंजे आदमी की सीट पर बैठ गया। आदमी झुंझला कर बोला, "हाँ-हाँ, मेरे सिर पर आ कर बैठ जा।" पप्पू: नहीं अंकल मैं यहीं ठीक हूँ, वहाँ से फिसलने का डर है!
टीचर: बताओ अगर एक छोटा ग्रह पृथ्वी से टकरा जायेगा तो क्या होगा? पप्पू: टन्न्न्न्न्न की आवाज आएगी। टीचर: क्यों? पप्पू: क्योकि ये दुनिया...... ये दुनिया पीतल दी।
संता (पप्पू से): बेटा, अगर तुम चाहो तो मैं तुम्हारी परीक्षा की तैयारी करने में मदद कर सकता हूँ। पप्पू: नहीं शुक्रिया पापा, आप मेहनत मत करें, मैं अपने आप फेल हो जाऊंगा।
टीचर: बड़े होकर क्या बनोगे? पप्पू: जी डॉक्टर। टीचर: क्यों? पप्पू: बस जी अब कानून की आँखों की रौशनी लौटानी है।
पप्पू: पंडित जी, मेरी शादी नहीं हो रही है। कोई उपाय बताओ। पंडित: बड़ों से 'सदा सुखी रहो' के आशीर्वाद लेना बंद करो।