प्रेमिका अपने प्रेमी से: चलो मैं छुपती हूँ, तुम मुझे ढूंढना। अगर ढूंढ लिया तो हम शॉपिंग करने चलेंगे। प्रेमी: अगर नहीं ढूँढा तो? प्रेमिका: ऐसा मत कहो ना जानू, मैं दरवाज़े के पीछे ही छुपूंगी।
प्रेमिका: मैं किसी और से शादी कर रही हूँ, तुम मुझे भूल जाओ! प्रेमी: न तेरे आने की ख़ुशी, न तेरे जाने का ग़म! जा बहन जा, दूसरी पटा लेंगे हम!
अगर आप किसी महिला को 5 मिनट में समझा सकते हैं तो वो महिला आपकी माँ है। 15 मिनट में आप अपनी बहन को समझा सकते हैं। 50 मिनट में आप अपनी बेटी को समझा सकते हैं। अगर समझाने में 3 घण्टे लग जायें तो वह महिला आपकी मित्र है। समझाने में 3 दिन लग जायें तो वो महिला आपकी प्रेमिका की श्रेणी में आती है। और अगर आप अपनी बात उसे जीवन भर ना समझा पायें तो वो निःसंदेह आपकी पत्नी है।
एक बार संता की भैंस खो गई। वो ढूँढता हुआ पार्क में पहुंचा। वहाँ एक लड़का अपनी प्रेमिका की आँखों में देख कर कह रहा था, जान मुझे तुम्हारी आँखों में पूरी दुनियाँ दिखाई दे रही है। संता बोला, "भाई, जरा देख के बता तो मेरी भैंस कहाँ पर है!"