प्यार + ख्याल = माँ। प्यार + डर = पापा। प्यार +साथ = बहन। प्यार + लड़ाई = भाई। प्यार + जिंदगी = गर्लफ्रेंड। प्यार + ख्याल + डर + साथ + लड़ाई + जिंदगी = पत्नी।
प्यार भी अजीब चीज है: माँ से हो तो पूजा; पिता से हो तो इज्ज़त; भाई से तो तो विश्वास; बहन से हो तो फ़र्ज़; पत्नी से हो तो सब कहते हैं, "नालायक, जोरू का गुलाम"।
पति: मैंने आज एक सपना देखा। पत्नी: क्या? पति: कि तुम किसी से प्यार कर रही हो? पत्नी: क्या तुमने उसे पहचाना? पति: नहीं पहचान पाया क्योंकि मैं रात में बिना चश्मे के ही सो गया था।
खुदा हर एक के घर जाकर उसे प्यार नही कर सकता इसलिए उसने माँ बनाई। इसी तरह हर एक के घर जा के उसे सजा भी नहीं दे सकता इसलिए बीवी बनाई।
आज का ज्ञान: अगर लड़की आपके प्यार को ठुकराये तो कोई ऊंचा टावर देखो और उस पे चढ़ जाओ और अब देखो कि शहर बहुत बढ़ा है, कोई दूसरी ढूंढ लेंगे। नीचे उतरो और काम पर लग जाओ।
अगर तुम उसे ना पा सको, जिसे तुम प्यार करते हो तो... . . . . . . . . . . . . लाओ नंबर मुझे दो, मैं कोशिश करता हूँ। मैं भी तो देखूँ दिक्कत कहाँ आ रही है।