मजबूरियां होती हैं महान लोगों के जीवन में। नही तो राम वनवास में... कृष्ण कारावास में... और... . . . . . . . . मैं ऑफिस में क्यों बैठता?
बॉस अपने पठान कार्यकर्त्ता से, "आज तुम लेट क्यों आये? ऑफिस 9 बजे खुलता है फिर देर क्यों की?" पठान: मेरी जान इतनी फिकर मत किया करो, दोस्त शक करते हैं।
पति: मेरी पत्नी गुम हो गई है। पोस्ट मास्टर: अंधे ये पोस्ट ऑफिस है, पुलिस स्टेशन जाओ। पति: माफ़ कीजियेगा ख़ुशी के मारे समझ नहीं आ रहा किधर जाऊं।
पति: ऑफिस जाने की तैयारी कर रहा था और पत्नी खाना पका रही थी। पति (गुस्से में) बोला: अजी मैं कहता हूँ कि खाना कब तैयार होगा? पत्नी: दो घंटे से कह तो रही हूँ कि 10 मिनट में तैयार हो जायेगा।
लड़की छोटे कपड़े पहनकर ऑफिस गई तो उसने संता से पूछा, "मैं जवान लग रही हूँ न"? संता: ये भी उतार दे पगली, नवजात लगेगी।
बॉस: कहाँ गए थे? बंता: बाल कटवाने। बॉस: ऑफिस के समय? बंता: बाल बढ़े भी तो ऑफिस में ही थे। बॉस: घर में भी तो बढ़ते हैं। बंता: तो पूरे थोड़े ही कटवाए हैं!