पठान कब्रिस्तान में चरस पी रहा था, इतने में पुलिस आ गई तो पठान ने चरस छुपा दिया; पुलिस: क्या कर रहे हो? पठान: कुछ नहीं अपने वालिद के लिए दुआ कर रहा हूँ; पुलिस: ये तो किसी बच्चे का कब्र है; पठान: हमारा वालिद साहब बचपन में मर गया था!
अंधा पठान पुलिस में भर्ती होने के लिए गया। अधिकारी: तुम्हें किस लिए रखें? पठान: अंधाधुंध फायरिंग के लिए।
पठान अपने दोस्तों के साथ बैठा जुआ खेल रहा था कि पुलिस आ गयी। पठान भाग कर पुलिस की गाडी में बैठ गया। पुलिस वाला: हम यहाँ तुम्हें पकड़ने आये हैं और तुम गिरफ्तार होने से पहले खुद ही गाडी में आकर बैठ गए, क्यों? पठान: पिछली बार जब मैं पकड़ा गया था तो मुझे गाडी में खड़े खड़े ही जाना पड़ा था इसलिए।
एक दोस्त ने दूसरे दोस्त को फ़ोन किया। पहला दोस्त: भाई मैं आज मामा बन गया। दूसरा दोस्त: मतलब दीदी माँ बनी हैं? पहला दोस्त: अबे नहीं बे, पुलिस में नौकरी लग गयी है मेरी।
सरकार, मंत्री, सन्तरी, पुलिस, विपक्ष सभी कन्हैया में इतने व्यस्त हैं कि... . . . . . . . . . पकिस्तान को खुद बताना पड़ रहा है भाई आंतकी भेजे हैं, फुर्सत मिले तो देख लेना।