गुड्डी: मैडम, मेरे को पप्पू लगातार ताकता रहता है। अध्यापिका: पप्पू, बताओ क्या यह सच है? पप्पू: मैडम, अगर "मै लगातार ताकता हूँ" तो पहले यह मुझे बताये कि यह इसे पता कैसे चला?
पप्पू और उसकी गर्लफ्रेंड पेड़ के पीछे बैठे थे। बूढ़ा आदमी: बेटा क्या यही हमारी 'संस्कृती' है? पप्पू: नहीं अंकल, ये तो अंजली है। आप किसी और पेड़ के पीछे देख लो।
पप्पू ने एक लड़की को प्रपोज़ किया तो लड़की ने पप्पू को खूब पीटा। चप्पल से पीटा; लाठी से पीटा; और बहुत घसीट-घसीट के पीटा। . . . . . . पप्पू उठा और कपड़े झाड़ते हुए बोला, "तो फिर मैं इंकार समझूं"।
लम्हा लम्हा वक़्त गुज़र जायेगा; चंद लम्हों में एग्जाम आ जायेगा; अब भी वक़्त है, दो लाइन पढ़ लो; वरना पास क्या पप्पू करवाएगा?
अध्यापिका: बेटा, उत्तर वाली शीट पर सबसे पहले क्या लिखना चाहिए? पप्पू: इस शीट पर लिखे गये उत्तर काल्पनिक हैं, जिनका किसी भी बुक से कोई संबंध नहीं है।