पत्नी: कोई नया शेर सुनाओ? पति: संगमरमर से तराशा, खुदा ने तेरे बदन को.. पत्नी (ख़ुशी से): आगे? पति: बाकी बचा पत्थर उसने तेरी अक्ल पे रख दिया।
शाम को पति के घर आते ही पत्नी ने किच-किच शुरू कर दी। पति: अरे यार, दिन भर का थका-हारा आया हूँ, पहले फ्रेश तो होने दो। पत्नी: मैं भी तो दिन भर अकेली थी, तो मैं भी फ्रेश हो रही हूँ।
पति: सुनो इस बार गर्मियों की छुट्टियों में हम कहाँ चलें? पत्नी(रोमांटिक अंदाज़ में गुनगुनाते हुए): जहाँ ग़म भी ना हो। आंसू भी ना हो। बस प्यार ही प्यार पले। पति: ऐसा कैसे हो सकता है? तुम तो साथ चलोगी ही।
पत्नी: मैनें Birthday Gift में गहने मांगे और तुमने दिया खाली डिब्बा, कितनी शर्म अाई मुझे दोस्तों के सामने। पति: शर्म ही तो औरतों का गहना है पगली।
पति-पत्नी के बीच झगड़ा चल रहा था। पति: मैं डरता नहीं तुमसे। पत्नी: तुम डरते हो। पहली बार जब तुम मुझे देखने अाये 4-5 लोगों के साथ अाये। जब मुझे लेने अाये तब 200 लोगों को लेकर अाये। मुझे देखो मैं अकेले चली अाई।