पत्नी: सुनिये जी, मुझे एक नई साड़ी ख़रीदनी है। पति:मगर तुम्हारी अलमारी तो साड़ियों से भरी पड़ी है। पत्नी: अरे वो साड़ियाँ तो सारे मोहल्ले की औरतें देख चुकी हैं। पति (झल्लाकर): तो फिर साड़ी क्या लेनी, मोहल्ला ही बदल लेते हैं।
पत्नी: सुनो जी, आप मेरी तरफ मुँह करके सोना, मुझे रात को डर लगता है। पति: बस तुम तो सिर्फ अपनी ही सोचना, मेरी चाहे डर के मारे जान चली जाये।
पति घर आकर पत्नी से: पानी पिला दे। पत्नी: क्यों, प्यास लगी है? पति (गुस्से से): नहीं, गला चेक करना है, कहीं से लीक तो नहीं है।
पत्नी: जानू क्या तुम मेरे लिए शेर को मार कर ला सकते हो? पति: कुछ और बताओ, मैं तुम्हारे लिए और कुछ भी कर सकता हूँ। पत्नी: चलो अपना मोबाइल दिखाना मुझे। पति: वो शेर कहाँ है जिसके बारे में तुम बात कर रही थी?
पति: सुतली बम है क्या? पत्नी: दिवाली तो कब की निकल गयी, अब सुतली बम क्यों चाहिये? पति: तुम्हारे मायके से आया बेसन का लड्डू फोडना है।
स्वामी जी ऐसी पत्नी को क्या कहते हैं? जो सुंदर हो सुशील हो लंबी हो बुद्धिमान हो पति को समझती हो और उससे लड़ती ना हो स्वामी जी: मन का वहम कहते हैं बेटा, मन का वहम।