सिंधी: तुम ये ईंट लिए क्यों फिर रहे हो? पठान: कुछ नहीं यार, मैं अपना घर बेचना चाहता हूँ और ये उसका नमूना है।
पठान: यार, तुम जानते हो, मैंने तीन शादियाँ की, पर तीनों बीवियां मर गई। समझ में नहीं आता कि मैं क्या करूं? सिंधी: बस अब औरत जात पर रहम कर।
एक बार पठान डॉक्टर के पास गया और बोला, "डॉक्टर साहब सुना है आप मरीज लाने वाले को कमीशन देते हैं।" डॉक्टर: कहाँ है मरीज? पठान: जी मैं ही हूँ।
पठान एक लम्बी सी पाईप से हुक्का पी रहा था। सिंधी: इतने लम्बे पाईप से हुक्का क्यों पी रहे हो? पठान: ओ यार, डॉक्टर ने तम्बाकू से दूर रहने को कहा है।
पठान की बेगम ने नमाज़ पढ़ कर दुआ के लिए हाथ उठाये पर कुछ नहीं माँगा और हाथ नीचे कर लिए। पठान: यह क्या, तुमने दुआ क्यों नहीं माँगी? बेगम: माँगने ही लगी थी कि अल्लाह आपकी तमाम मुश्किलें खत्म कर दे, फिर सोचा कहीं मैं ही ना खत्म हो जाऊं।
पठान: कल एक पहलवान ने मेरे भाई को पीटा। मुझे पता लगा तो मैं तो सीधा उसके घर घुस गया। सिंधी: तो फिर क्या हुआ? पठान: वही, जो मेरे भाई के साथ हुआ। पहलवान ने मुझे भी खूब पीटा।