पठान ने कफ़न की शॉप खोली तो लोगों ने उसे बहुत मारा क्यों? क्योंकि; उसने शॉप पर लिखवाया हुआ था, बड़ा कफ़न लेने पर बच्चे का कफ़न फ्री।
पत्नी: आप इतनी शतरंज क्यों खेलते हैं? पठान: इससे मैं मुस्तैद रहता हूँ। पत्नी: मुस्तैद रहते हैं, किसलिए? पठान: शतरंज खेलने के लिए।
चोर (बंदूक तानते हुए) बोला: "जिंदगी चाहते हो तो अपना पर्स मेरे हवाले कर दो। पठान: ये लो। चोर: कितने मूर्ख हो तुम, मेरी बंदूक मे तो गोली ही नहीं थी। पठान: और मेरे पर्स मे भी कहां रुपये थे।
पठान: डॉक्टर साहब, चश्मा लगा के हम अखबार पढ़ सकेगा न? डॉक्टर: हाँ, बिल्कुल। पठान: फिर ठीक है, वर्ना अनपढ़ की भी कोई जिंदगी है।
एक फ़क़ीर पठान के घर पर गया और बोला: मैं अल्लाह का मेहमान हूँ। पठान उसका हाथ पकड़ कर मस्जिद में ले गया और बोला: "अल्लाह का घर ये है।"