सुनो महसूस करो बादल की ग़रज़ बिजली की चमक बारिश की एक-एक बूँद तुमसे चीख-चीख कर कह रही है, . . . . . . . . नहा ले, नहा ले।
कोई भी पुराना 'माल' लाइए और नया 'आइटम' ले जाईये! इस तरह के ऑफर देने वालों का क्या कहूँ? . . . . . . . . कमीने, हम शादीशुदा लोगों के दिल के जज़्बातों के साथ खेल जाते हैं।