संता के बेटे का एक्सीडेंट हो गया। डॉक्टर: आपके बेटे के पैर काटने पड़ेंगे। संता ने अपना सर पकड़ा तो डॉक्टर बोला,"अब तुम्हें क्या हुआ?" संता: कल ही नालायक को नये जूते दिलाये थे।
संता: डॉक्टर साहब मुझे बार-बार यही सपना दिखता है कि मेरे पास से होकर सुन्दर-सुन्दर लड़कियां तेजी से भाग रहीं हैं। डॉक्टर: उसमें मुझसे क्या चाहते हो? संता: आप ऐसी दवा दीजिए कि या तो उन लडकियों की रफ़्तार कुछ कम हो जाए या फिर मेरी रफ़्तार बढ़ जाए।
डॉक्टर: रोज़ 5 किलोमीटर चला करो, तो एक साल में 50 किलो ग्राम वजन कम हो जायेगा। एक साल बाद संता फोन पे बोला: वजन तो कम हो गया मगर साले घर कैसे जाऊं, 1825 किलोमीटर दूर आ गया हूँ?
संता डॉक्टर से: मेरी पत्नी की याददाश्त निहायत वाहियात है। डॉक्टर: हर बात भूल जाती है क्या? संता: नहीं जी, हर बात याद रखती है।
संता को जब डॉक्टर बेहोशी का इंजेक्शन देने लगे तो वह बोला, "एक मिनट डॉक्टर साहब।" डॉक्टर फौरन रुक गया। संता ने अपनी पॉकेट से पर्स निकाला। यह देखकर डॉक्टर बोले, "अरे भाई, फीस की कोई जल्दी नहीं है"। संता: फीस की मुझे भी जल्दी नहीं है, मैं तो अपने पैसे गिन रहा हूँ।